छोटे छोटे हाथों का वो स्पर्श
वो हर पल लग जाना गले से ,
वो फुदकती हुई ,इठलाती हुई
चलने की अदा
वो उज्वल आँखें ,ऊर्जा से भरी सदा ,
वो मखमली गालों पे छोटी सी हँसी
पाने के लिए सिर्फ एक मीठी गोली ,
वो नींद में पुकारना माँ -माँ
वो लहराता ,हसता बचपन
वो बढ़ते सपनों की छुअन
वो ललक बड़े होने की बड़ी ,
मेरे गोद में संवरता यूँ जैसे पवन
वो मेरे और उसके दिल का स्पंदन ,
ये मेरे लाडले-लाडली की है उपवन
बड़े अनमोल हैं ये जल और जलज का सम्बन्ध ..
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